खूबसूरत दो लाइन शायरी” अद्वितीय सुंदरता और गहराई के साथ भावनाओं को व्यक्त करने का एक प्रभावी तरीका है। यह शायरी प्रेम, दर्द, जीवन की सच्चाइयों और ख्वाबों की भावनाओं को महज दो पंक्तियों में समेटने की कला है। छोटी मगर गहरी इन पंक्तियों में शब्दों का चयन ऐसा होता है कि वो सीधे दिल तक पहुंचते हैं।
शायरी की ये शैली अपने सरल लेकिन प्रभावशाली शब्दों के कारण पाठकों के दिलों में एक खास जगह बना लेती है। इसमें शब्दों की मिठास और भावना की गहराई से पाठक अपने जीवन के अनछुए पहलुओं को महसूस कर सकता है। दो लाइन की शायरी अक्सर किसी की यादों, भावनाओं और विचारों को बेहद संक्षिप्त लेकिन प्रभावी ढंग से बयान करती है, जो इसे बेहद खास बनाती है।
खूबसूरत दो लाइन शायरी
सब कुछ मिला इस शहर मे हमें, मगर सुकून नहीं मिला,
में तलाशता रहा हवाओं में, मगर तेरे खुश्बू नहीं मिला ।
चाह के भी मजबूर है हम,
कैसे बताए उन से दूर है हम।
वह याद ही नहीं करती हमें,
और हमें उनके सिवा और कोई याद ही नहीं।
उसके लिए निलाम हो गई,
उसकी बोली लगी और मैं बीच बाजार
उसके नाम हो गई।
हवाओं ने खबर तो दी होगी उन्हें, की शहर में आऊंगा उनके,
खिड़की पर बैठी होगी कबसे, की नजर में आऊंगा उनके।
वादे का पता नहीं, लेकिन जब तक
जिंदगी रहेगी तब तक आपके साथ चलेंगे।
तेरी इश्क़ के स्याही उतार दिया मैंने मेरे दिल के पन्नों पर,
अब इत्र-इत्र के खुश्बू सा बहता तेरा नाम इन धड़कनों पर ।
हम उनके तलाश में यूं ही भटकते रहे
कभी हमें उनका घर न मिला
तो कभी वो हमें घर पर ना मिले।
एक ख्याल तुम्हारा, तन्हाई से भरी रातें कई,
एक जिक्र तुम्हारा, निकल पड़ते हैं बातें कई ।
अगर कोई पूछेगा हमारी मोहब्बत की कहानी,
हम तो यही कहेंगे कि एक मुलाकात को तरस गए।
यह जो रातो का नींद कहीं खो गया था,
मेरा तेरी आंखों के बिस्तर पर मिला है, मुझे।
वो बदले तो हम भी कहां पुराने से रहे,
वो आने से रहे तो हम भी उन्हें बुलाने से रहे।
मेरे पूरा जीवन झूठ पे टिका है,
सच हैं तो सिर्फ तुमसे मोहब्बत करना ।
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खूबसूरत दो लाइन शायरी Love
वो इश्क़ ही क्या जो किसी के चेहरे से हो,
मज़ा तो तब है जब इश्क़ किसी के बातो से हो।
मसला नहीं की मोहबत हो गयी है
मसला तो ये है की बेसुमार हो गयी है।
तुम दूर रहो या करीब रहो,
मेरी चाहत हमेशा तुमसे ही रहेगी।
मोहब्बत इतनी कि उसके सिवा कोई और ना भाए
इंतज़ार इतना कि मिट जाए पर किसी और को ना चाहे।
मिल नहीं पाता तो क्या हुआ
मोहब्बत तो तुमसे फिर भी बेहिसाब करता हूं।
तेरी तस्वीरों में मुझे अपना साया दिखता है
महसूस करता हूं जो, यह मन वहीं तो लिखता है।
तेरे इश्क में मैं इस तरह नीलाम हो जाऊँ
आखरी हो तेरी बोली और में तेरे नाम हो जाऊ।
सामने बैठे रहो दिल को करार आएगा
जितना देखेंगे तुमें उतना ही प्यार आएगा।
हर लम्हा तेरी याद का पैगाम दे रहा है
अब तो तेरा इश्क मेरी जान ले रहा है।
मोहब्बत का कोई रंग नही फिर भी वो रंगीन है
प्यार का कोई चेहरा नही फिर भी वो हसीन हैं।
मैं गलती करूँ तब भी मुझे सीने से लगा ले
कोई ऐसा चाहिये जो मेरे हर नखरे उठा ले।
Khubsurat 2 line shayari
अजीब जुल्म करती हैं तेरी यादें मुझ पर
सो जाऊं तो उठा देती हैं जाग जाऊँ तो रुला देती है।
अपने महबूब को गजल में सवारूँ कैसे,
वो मेरे ख्याल से बढ़ कर खूबसूरत है।
काश… एक ख्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर
वो आकर गले लगा ले, मेरी इजाजत के बगैर।
तुमसे टकराए तो मालूम हुआ
हादसे खूबसूरत भी हुआ करते है।
रोज़ रोज़ जलते हैं, फिर भी खाक़ न हुए,
अजीब हैं कुछ ख़्वाब भी, बुझ कर भी राख़ न हुए।
खूबसूरत मेरी शायरी नही तेरी मोहब्बत है
जो नूर बन कर झलकती है मेरे लफ़्ज़ों में।
तू होश में थी फिर भी हमें पहचान न पायी
एक हम हैं कि पी कर भी तेरा नाम लेते रहे।
बहुत खूबसूरत है पूरी कायनात,
फिर भी तेरे ख़्याल से खूबसूरत कुछ भी नहीं।
खतम हो गई कहानी, बस कुछ अलफाज बाकी हैं
एक अधूरे इश्क की एक मुकम्मल सी याद बाकी है।
2 लाइन खूबसूरत शायरी
कोई उम्मीद नहीं थी हमें उनसे मुहब्बत की
एक ज़िद थी कि दिल टूटे तो सिर्फ उनके हाथ से टूटे।
समझ में आया लोग चाँद को खूबसूरत क्यों कहते हैं
शायद मेरी तरह वो भी उसमे अपनी ही झलक देखते होंगे।
साँसों का टूट जाना तो बहुत छोटी सी बात है दोस्तों,
जब अपने याद करना छोड़ दे, मौत तो उसे कहते हैं।
इन्ही को सुकून इन्ही को कहर लिखा है
हमने तेरी आंखों को खूबसूरत शहर लिखा हैं।
हमें तो प्यार के दो लफ्ज भी नसीब नहीं,
और बदनाम ऐसे हैं जैसे इश्क के बादशाह थे हम।
तुमको लिख पाना , कहाँ मुमकिन है
इतने खूबसूरत तो लफ्ज़ भी नहीं मेरे पास।
डरता हूं कहने से कि मोहब्बत है तुम से,
कि मेरी जिंदगी बदल देगा तेरा इकरार भी और इनकार भी।
बेहद खूबसूरत “गजल” हो तुम,
तुम्हे हर पल गुनगुनाता हूं मैं।
ये इश्क जिसके कहर से डरता है जमाना
कमबख्त मेरे सब्र के टुकडों पर पला है।